मंदी के दौर में कब, किसको कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए इसका अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल है। जिस तरह से अमरीका के प्रतिष्ठित बैंक और कंपनियां मंदी की मार से धराशायी होकर अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं, उससे तो यही लग रहा है कि किसी भी कंपनी की हालत कभी भी पतली हो सकती है। भारत में भी हर सेक्टर की कंपनियों में आजकल कॉस्ट कटिंग चल रही है। ऎसे दौर में कई लोगों को अपने जॉब से हाथ धोना पड सकता है। यह सबसे ज्यादा दुखद तब होता है जब आपको जॉब खोने का कोई अनुमान नहीं होता। ऎसी स्थिति आपके सामने आ जाए तो आपको सबसे बेहतर क्या करना चाहिए।
*सच्चाई को स्वीकार करें — मंदी के दौर में नौकरी खोने का आपकी परफॉमेंüस या आपकी काबिलियत से कोई लेना-देना नहीं होता। इसके लिए बहुत हद तक कंपनी में कर्मचारियों की अधिकता को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। एक बार जब आपको ये बात समझ में आ जाएगी आप छंटनी से पहले ही खुद कहीं और नौकरी तलाश लेंगे।
*तय करें प्राथमिकता — आपको अपनी सीवी अपडेट करते रहना चाहिए। अब जबकि आपके पास भरपूर समय है तो आप नई नौकरी तलाशने के लिए कम से कम 5-6 घंटे का समय जरूर निकालें। दोस्तों, प्लेसमेंट एजेंसी और कंपनियों की एक लिस्ट तैयार कर लें, जिनसे आपको मदद मिल सकती है।
*सतर्क रहें, तलाशें मौके — एक बात तय कर लें कि आपका सीवी हर जॉब पोर्टल पर मौजूद है। कुछ पोर्टल ऎसे हैं जिन पर आप अपना सीवी डाल सकते हैं जैसे कि जॉब स्ट्रीट डॉट कॉम, मॉनस्टर डॉट कॉम, नौकरी डॉट कॉम, येलोपेज डॉट कॉम और शाइन डॉट कॉम। इससे आपको शीघ्रता से नौकरी हासिल हो सकेगी।
*योग्यता बढाएं, सलाह लें — आप इस चीज पर फोकस करें कि आपको कैसी नौकरी चाहिए। मार्केट के हालात का जायजा लें और फिर कुछ प्लान करें। अगर कंपनी अच्छी नहीं है, लेकिन आपकी जॉब प्रोफाइल बढिया है तो क्या आप ऎसे में काम करना चाहेंगे। इसके लिए आप अपने किसी सीनियर प्रोफेशनल से सलाह लें और अपनी योग्यता बढाएं।
*फ्रीलांस काम करें — कभी भी फ्रीलांस काम करने से न हिचकें। इससे आपके काम का फ्लो बना रहेगा और कुछ पैसे भी घर आ जाएंगे। इसके साथ ही नौकरी भी ढूंढते रहें।
*छिपाएं नहीं तथ्यों को — कई लोग ऎसे होते हैं जो दूसरों को ये मालूम नहीं चलने देना चाहते कि उन्हें जॉब से निकाल दिया गया है, लेकिन चीजों को छुपाने से वो और ज्यादा उलझती जाएंगी। नौकरी से निकाल दिया जाना अब कोई टैबू नहीं रह गया है। क्योंकि कंपनियां आपको आपकी काबिलियत पर रखती हैं। तो जब भी दूसरी नौकरी की तलाश में जाएं तो उन्हें ये बताएं कि आपको आपकी पहली नौकरी से किसलिए निकाला गया था।
*आरोप-प्रत्यारोप से बचें — किसी इंटरव्यू के दौरान अपनी कंपनी या अपनी किस्मत को कोसना कभी नहीं चाहिए, क्योंकि कंपनियां सकारात्मक सोच वाले व्यक्तियों को रखना पसंद करती हैं।
*मित्रों की सहायता — किसी भी नौकरी के लिए जब भी आप इंटरव्यू देने जाएं तो सबसे पहले इस बात का खयाल रखें कि आपके जितने भी रेफरेंसेस हैं उन्हें बताने से कभी न हिचकें। अपने रेफरेंसेस को अच्छे अंदाज में पेश करें ताकि आपको नौकरी मिलने में आसानी हो जाए।
*नेटवर्किग बढाएं — अगर आपके पास बाहर जाने का समय है तो उसका इस्तेमाल करें। अपनी नेटवकिंüग को पागलों की तरह बढाएं। किसी से मिलना एक अच्छा असर छोडता है।
*स्वास्थ्य का रखें खयाल — सबसे जरूरी बात अपने आपको स्वास्थ्य रखें, क्योंकि अगर आप फिट रहेंगे तो आपका मस्तिष्क भी फिट रहेगा। नौकरी मिलने में कुछ समय लग सकता है। वो समय एक हफ्ते या फिर कुछ महीने भी हो सकता है। ऎसी स्थिति में आपको अपनी नौकरी के साथ स्वास्थ्य का भी खास खयाल रखना चाहिए।