प्रदेश के अधिकतर शहरों में न्यूनतम तापमान में बीती रात हुई बढ़ोतरी भी सर्द हवाओं के आगे बेबस हो उठी। सर्द हवाओं से लोगों को आज भी राहत नहीं मिल पाई। मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर के निकट बने एक कम दबाव वाले क्षेत्र की वजह से उत्तरी राजस्थान में हल्की वर्षा की संभावना के साथ कुछ स्थानों पर पारा 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की चेतावनी दी है। नए दबाव से दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं का रुख भी प्रदेश की ओर बन गया। जयपुर समेत कई शहरों में आज दिन में आंशिक रुप से बादल छाए रहे। सूरज की बादलों में लुकाछिपी के बीच सर्द हवाओं का जोर कल की तरह बना रहा जिससे लोग दिनभर ठिठुरते रहे।
जयपुर में बीती रात एक साथ 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के साथ न्यूनतम तापमान 9 डिग्री रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 1 डिग्री कम है। चूरू में सबसे कम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जयपुर में सर्द हवाओं के थपेड़े दिन में लोगों को ठिठुराते रहे। रविवार की रात इस मौसम की सबसे सर्द रात रही लेकिन सोमवार की रात न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री की एकसाथ बढ़ोतरी के बाद भी सर्दी मामूली कम हुई। सुबह खिली धूप को दोपहर में बने बादलों ने ढक दिया।
बढ़े तापमान के बावजूद सर्द हवाओं के तीखे तेवर यथावत रहे। शाम के बाद इन हवाओं की रफ्तार और तेज हो गई। इसके चलते बाजारों में आमदरफ्त जल्द ही कम हो गई। यहां आसपास के इलाकों में हल्की बूंदाबांदी की चेतावनी भी दी गई है। चूरू में बीती रात 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के बाद न्यतनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया लेकिन कोहरे और ओस का असर बना रहा। गलनभरी सर्दी से बचने के लिए लोगों को दिन में भी मशक्कत करनी पड़ी।
पिलानी में तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के बाद सर्दी से लोगों को राहत मिली। यहां तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। बीकानेर में भी बीती रात पारा 3 डिग्री चढ़ा, यहां न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। गंगानगर में न्यूनतम तापमान 7, जोधपुर, अजमेर और उदयपुर में 10 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जैसलमेर में पारा 11, कोटा में 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
तापमान में 1 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के बाद भी कई शहरों में सर्दी का असर कम नहीं हो पा रहा है। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पर बने एक कम दबाव वाले क्षेत्र की वजह से प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादल बनने लगे हैं।
1000 नए मिडिल स्कूल खुलेंगे
वित्तमंत्री प्रद्युम्नसिंह ने मंगलवार को विधानसभा में सदस्यों की आशाओं को काफी हद तक पूरा करते हुए अपने लिए खूब तालियां बजवा लीं लेकिन विधायक क्षेत्रीय विकास कोष की राशि बढ़ाने पर अपने हाथ खड़े कर दिए। बाद में वित्तमंत्री ने बताया कि आज की गई घोषणाओं से राज्य कोष पर सालाना 70 से 75 करोड़ रुपए का अतिरि०त भार पड़ेगा।
बजट भाषण के दिन रूठे नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल की नाराजगी दूर करते हुए वित्तमंत्री ने आखिर बीकानेर की तरह ही कोटा में भी विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा कर दी और उसके लिए इस साल के बजट में एक करोड़ रुपया रखने की जानकारी दी।
वित्तमंत्री ने बजट से संबंधित विनियोग विधेयक पर हुई चर्चा का उत्तर देते हुए राजीव गांधी पाठशालाओं में 11 हजार 500 नए पैरा टीचर्स और इसी तर्ज पर राज्य के मदरसों में 500 पैरा टीचर्स की नियुक्ति करने की घोषणा की।
महिला सशक्तिकरण के लिए 500 नई साथिनों की नियुक्ति और पशु चिकित्सालयों में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए 150 चिकित्सकों की भर्ती के साथ ही आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों के पद भरने का ऐलान भी किया।
सिंह ने राज्य में विधायकों की इच्छाओं का आदर करते हुए 1000 नए मिडिल स्कूल खोलने की घोषणा की जिसमें पांच प्रतिशत संस्कृत शिक्षा के होंगे। उन्होंने सैकेण्डरी और सीनियर सैकेण्डरी स्कूलों की संख्या में भी बढ़ोतरी की घोषणा की पर संख्या तय करने का काम मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया, साथ ही यह भी कहा कि जितने भी स्कूल क्रमोन्नत होंगे उनमें से पांच प्रतिशत संस्कृत शिक्षा के होंगे।
सिंह ने कहा कि उन्होंने बजट भाषण में 200 चिकित्सा केन्द्रों को क्रमोन्नत करने की घोषणा की थी पर अब यह तय किया है कि राज्य में 200 नई डिस्पेन्सरी खोली जाएंगी। उन्होंने मदरसा बोर्ड, यूथ बोर्ड और वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड के लिए इस साल 50-50 लाख रुपए का प्रावधान रखने की जानकारी भी दी।
अंतरमहाविद्यालय युवा महोत्सव इसी माह
राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ की ओर से दो दिवसीय अंतरमहाविद्यालय सांस्कृतिक कार्यक्रम युवा महोत्सव-2002 का आयोजन फरवरी के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा। चयनित प्रतिभागियों से अंतरविश्वविद्यालय सांस्कृतिक समारोह घूमर-2002 केे लिए विश्वविद्यालय टीम का गठन किया जाएगा।
छात्रसंघ अध्यक्ष नगेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयोंं एवं कालेजों के निर्वाचित अध्यक्ष एवं प्रतिनिधि मार्च के प्रथम सप्ताह में होने वाली छात्र संसद में हिस्सा लेंगे। इसमें छात्र हितों से संबंधित समस्याओंं पर प्रस्ताव तैयार कर राज्यपाल को सौंपा जाएगा। छात्रसंघ की ओर से छात्र-छात्राओं के लिए बुधवार को लर्निंग लाइसेंस शिविर भी लगाया जाएगा।
‘पैन’ नंबर बिना जमा नहीं होगा आयकर
बिना ‘पैन (परमानेंट एकाउंट नंबर)’ के एक अप्रैल से बैंकों कोई आयकर संबंधी चालान जमा नहीं होगा। केन्द्र सरकार के हाल के इस निर्णय से लोगों को अवगत कराने के लिए आयकर विभाग शीघ्र ही एक प्रचार अभियान शुरू करने जा रहा है।
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक आय से संबंधित सभी तरह के टैक्स बैंक में जमा कराने के लिए पैन नंबर जरूरी हो जाएगा। सरकार ने इस निर्णय से आयकर विभाग को अवगत करा दिया है। इस निर्णय के अनुसार बैंकों में जमा कि ए जाने वाले अग्रिम कर, सेल्फ असेसमेंट तथा इसी श्रेणी में आने वाले अन्य कर आएंगे। इस संबंध में प्रत्येक बैंक को भी सूचित किया जाएगा, कि वे बिना पैन नंबर किसी भी तरह का कोई कर जमा नहीं करें।
सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग सरकार के इस निर्णय को देखते हुए 15 दिन भीतर एक प्रचार अभियान शुरू करने जा रहा है, जिसमें लोगों को पैन नंबर की उपयोगिता के संबंध में बताया जाएगा। ऐसे व्यक्ति जो कर अदा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें किसी कारणवश पैन नंबर नहीं मिल पाए हैं, उन्हें पैन नंबर अलाट करने के लिए विभाग ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। विभाग ने ऐसे लोगों को एक दिन के अंदर पैन नंबर और एक सप्ताह के अंदर पैन कार्ड देने की योजना बनाई है। वरिष्ठ नागरिकों व अन्य विशेष मामले में पैन नंबर कुछ ही घंटों में अलाट कर दिए जाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कुछ समय पूर्व ही केन्द्रीय सीमा एवं उत्पाद शुल्क और वाणिज्यिक कर विभाग के अधिकारियों के साथ करदाता की पहचान के लिए एक बैठक भी आयोजित की थी, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और वाणिज्यिक कर विभाग भी करदाता की पहचान के लिए आयकर विभाग के पैन नंबर को अपनाएंगे। तभी इन विभागों में करदाताओं की जानकारी के आदान-प्रदान पर भी सहमति हुई, जिसके आधार पर संयुक्त कार्रवाई की योजना भी बनाई गई।
वाणिज्यिक कर विभाग ने इसे अमल में लाना भी शुरू कर दिया है। इस योजना के साथ ही अब बिक्री कर चुकाने वाले व्यापारी को अपने फार्म में आयकर का पैन नंबर लिखना भी जरूरी हो गया है। सूत्रों का कहना है कि सभी तरह के करदाताओं की पहचान पैन नंबर से हो, इसलिए पैन नंबर को अनिवार्य किया जा रहा है। इसी संबंध में बैकों को भी सूचित किया जा रहा है, कि वे बिना पैन नंबर के किसी भी तरह का कोई आयकर एक अप्रैल के बाद जमा नहीं करें।