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जंतुआलयों में अब नहीं रहेंगे मोर, लवबड्र्स व नेवले
जंतुआलयों में अब नहीं रहेंगे मोर, लवबड्र्स व नेवले राज्य के चिडिय़ाघरों में अब मोर, लवबड्र्स, नेवले तथा सामान्य पाए जाने वाले सांपों को जगह नहीं मिलेगी। उप मुख्य वन्यजीव प्रतिपालन विभाग के सूत्रों ने बताया कि केन्द्र चिडिय़ाघर प्राधिकरण (नई दिल्ली) ने हाल में एक आदेश जारी कर राज्य के जंतुआलय में बंद सामान्य […]
Read Moreसरकार ने रक्षा मंत्रालय से 10 करोड़ मांगे
सरकार ने रक्षा मंत्रालय से 10 करोड़ मांगे सरहदी जिलों में सैन्य अभ्यास के दौरान राज्य सार्वजनिक निर्माण विभाग की सम्पति को नुकसान पहुंचता हैं। अभ्यास में सेना के जंगी साजो सामान व टेंक शामिल होने से सडक़ें जर्जर हो जाती हैं। राज्य सरकार के पास इतना बजट नहीं होता कि वह वापिस इन सडक़ों […]
Read Moreभुगतान नहीं हुआ तो सरपंच धरना देंगे
भुगतान नहीं हुआ तो सरपंच धरना देंगे जिले के सैकड़ों सरपंच अपने बकाया भुगतान की मांग को लेकर 21 फरवरी से जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देंगे। उल्लेखनीय है कि जिले में अकाल राहत कार्यों के तहत ग्राम पंचायतों द्वारा करवाए गए निर्माण कार्यों की मद में विभिन्न ग्राम पंचायतों में साढ़े पांच करोड़ रुपए […]
Read Moreसर्द हवाओं के आगे बढ़ा तापमान भी बेबस
प्रदेश के अधिकतर शहरों में न्यूनतम तापमान में बीती रात हुई बढ़ोतरी भी सर्द हवाओं के आगे बेबस हो उठी। सर्द हवाओं से लोगों को आज भी राहत नहीं मिल पाई। मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर के निकट बने एक कम दबाव वाले क्षेत्र की वजह से उत्तरी राजस्थान में हल्की वर्षा की संभावना के […]
Read Moreजब सिसक उठे सितारे
मुंबई के आतंकी हमलों से यंू तो पूरा देश सकते में रहा, लेकिन बॉलीवुड के सितारे जैसे सिसक उठे। कहते भी हैं, कलाकार ज्यादा संवेदनशील होता है। यही वजह है कि बॉलीवुड की कई नामचीन हस्तियों के दिल रो उठे और उन्होंने अपने ब्लॉख्स पर भावुक अभिव्यक्ति दी। कमलेश माहेश्वरी ने शहीदों को श्रद्धापूर्वक नमन […]
Read Moreसतर्क रहें, मंदी का दौर है
मंदी के इस दौर में आपकी हर हरकत पर बॉस की नजर है। बॉस का अंदाज बदलने लगा है। कल तक जो बॉस आपको दुनिया का सबसे अच्छा आदमी लगता था, आज आपको उससे चिढ होने लगी है। आप लेट हैं, आपकी ड्रेस सही नहीं है, आप ऑफिस की स्टेशनरी घर ले जा रहे हैं, […]
Read Moreजॉब गई, अब क्या करें
मंदी के दौर में कब, किसको कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए इसका अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल है। जिस तरह से अमरीका के प्रतिष्ठित बैंक और कंपनियां मंदी की मार से धराशायी होकर अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं, उससे तो यही लग रहा है कि किसी भी कंपनी […]
Read More1773 ई० का रेगुलेटिंग ऐक्ट
1600 से 1765 [अंग्रेजों का भारत आगमन] ईस्ट इण्डिया कम्पनी की स्थापना-सोलहवीं शताब्दी में इंग्लैण्ड में महारानी एलिजा शासन था। इस काल को इंग्लैण्ड के इतिहास में स्वर्णकाल कहा जाता है। जनता सुखी एवं सम्पन्न थी। ने साहसिक समुद्री यात्राएं करना प्रारम्भ कर दिया था। ठीक उसी समय वहाँ भारतवर्ष की अपार धन-स की खबर […]
Read Moreसंविधान का ऐतिहासिक विकास क्रम की रूप रेखा
प्रथम संस्करण का आमुख दो वर्ष पूर्व सांविधानिक विधि पर मेरी पस्तक अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित हुई थी। तभी से छात्रों की और से यह निरन्तर माँग की जाती रही है कि इस विषय पर हिन्दी में भी एक पुस्तक लिखी जाय। यह सावदित है कि सांविधानिक विधि पर हिन्दी में छात्रोपयोगी पस्तकों का सर्वथा […]
Read Moreभारत की सांविधानिक विधि का विस्तार
अड़तालीसवें संस्करण का आमुख पुनरीक्षक लेखक को स्व० प्रोफेसर जयनारायण पाण्डेय जी की भारत की सांविधानिक विधि का अडतालीसा संस्करण प्रस्तुत करते हए बड़ी प्रसन्नता हो रही है। यह पुस्तक एल-एल० बी०, एल-एल० एम० तथा प्रशासनिक व न्यायिक सेवाओं के प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए सर्वोत्तम पुस्तक के रूप में ग्राह्य हुई है। भारत के संविधान […]
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